गोरखपुर। मदरसा दारुल उलूम अहले सुन्नत मजहरुल उलूम घोसीपुरवा (शाहपुर) के युवा 23 तालिब-ए-इल्म (छात्र) मुस्लिम समाज के लोगों की इमामत व रहनुमाई करने के लिए तैयार हो चुके है। मदरसे में छात्रों की तालीम मुकम्मल हो चुकी है। इन छात्रों की उम्र महज 14 से लेकर 25 साल तक के बीच में है। जिसमें 9 युवा आलिम (मौलाना) बने है और 14 बच्चे हाफिज-ए-कुरआन (मुकम्मल कुरआन शरीफ कंठस्थ) बने है। इनमें बिहार, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, बाराबंकी से लेकर गोरखपुर के छात्र शामिल है। आने वाले मुकद्दस रमजान माह में आलिम बन चुके छात्र मजहबी मामलात का हल शरीयत की रौशनी में करेंगे वहीं हाफिज-ए-कुरआन छात्र मुस्लिम समुदाय को तरावीह की नमाज पढ़ाएंगे (इमामत) और उन्हें पूरा कुरआन पाक बिना देखे सुनाएंगे। वहीं उक्त छात्र अनेकों मौकों पर कौम के मजहबी, सामाजिक व आर्थिक मामलों पर तकरीरों व तहरीरों के जरिए रहनुमाई करते भी नजर आयेंगे। कारी तनवीर अहमद कादरी व कारी अंसारुल हक ने बताया कि इस खुशी के मौके पर मदरसा में दो दिवसीय दस्तारबंदी (दीक्षांत) का जलसा 27 व 28 अप्रैल को रात्रि 9:00 बजे से आयोजित किया जायेगा। जलसे में मुख्य अतिथियों द्वारा मदरसे के 23 होनहार छात्रों को आलिम (मौलाना) व हाफिज-ए-कुरआन की सनद (डिग्री) देकर दस्तारबंदी (पगड़ी) की जाएगी।
आलिम बने छात्र
आलिम बने छात्र उम्र जगह
- मो. अफजल हुसैन 20 बिहार
- मो. रिजवान 19 देवरिया
- सुब्हानल्लाह 19 गोरखपुर
- मो. दिलकश 17 बिहार
- शमशेर अली 20 गोरखपुर
- सैफ अली 19 कुशीनगर
- सलाहुद्दीन 17 महराजगंज
- मो. सफीउल्लाह 20 महराजगंज
- मो. रफीउल्लाह 20 महराजगंज
हाफिज-ए-कुरआन बने छात्र
हाफिज-ए-कुरआन बने छात्र उम्र जगह
- मो. अख्तर 17 गोरखपुर
- बदरे आलम 17 गोरखपुर
- मो. सरफराज 17 देवरिया
- मो. आफताब 14 महराजगंज
- मो. दानिश 17 बाराबंकी
- मो. सफीउल्लाह 22 गोरखपुर
- मो. सद्दाम 25 गोरखपुर
- मो. सैफ 19 गोरखपुर
- मो. अफजल 17 महराजगंज
- सजीर आलम 16 महराजगंज
- हसरत अली 16 महराजगंज
- अफसर रज़ा 17 गोरखपुर
- अमजद अली 17 देवरिया
- सज्जाद हुसैन 19 देवरिया