Sawan Somvar Vrat : सावन का सोमवार अति फलदायी है इस व्रत करने से मनोवांछित वर और पुत्र प्राप्ति होती है। आइये जानते हैं व्रत के शुभ मुहूर्त के बारे में साथ ही पूजा करने का सही समय।
Sawan Somvar Vrat :भगवान शिव का अति प्रिय सावन का महीना है। सावन का अंतिम सोमवार व्रत 08 अगस्त को पड़ रहा है। जो लोग अभी तक सावन सोमवार व्रत नहीं कर पाए हैं, वो 08 अगस्त को अंतिम सोमवार के दिन व्रत के पुण्य लाभ उठा सकते हैं। सावन का सोमवार का व्रत करने से पुत्र प्राप्ति के साथ मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है। सावन के सोमवार को हर शिवालय भक्तों की भीड़ से भरे होते हैं। भगवान शिव की कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं इस व्रत को करने से पूरी हो जाती हैं। जानते हैं सावन सोमवार व्रत के पूजा करने का सही समय और इस दिन के शुभ संयोग के बारे में।
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पूजा करने का सही मुहूर्त
सावन के अंतिम सोमवार व्रत के दिन रवि योग और इंद्र योग बन रहा है। 08 अगस्त को प्रात: 05 बजकर 28 मिनट से रवि योग शुरू हो रहा है जो दोपहर 02 बजकर 37 मिनट तक रहेगा। उसी दिन इंद्र योग प्रात:काल से लेकर सुबह 06 बजकर 56 मिनट तक ही रहेगा। ये दोनों ही योग पूजा पाठ की दृष्टि से शुभ फल प्रदान करने वाले हैं।
सावन के अंतिम सोमवार के दिन का शुभ समय या अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 37 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। ऐसे में आप इस दिन प्रात:काल से ही भगवान शिव की पूजा की शुरुआत कर सकते है। फ़िलहाल शिव पूजा में समय की कोई पाबन्दी नहीं होती है।
सावन सोमवार के अंतिम दिन एकादशी का संयोग बना है
अंतिम सावन सोमवार के दिन एकादशी व्रत का मुहूर्त बन रहा है। 08 अगस्त को सावन सोमवार व्रत के साथ ही श्रावण पुत्रदा एकादशी का भी संयोग बन रहा है। इस व्रत को पुत्र प्राप्ति की कामना से किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती हैं। सावन मास में भगवान शिव और श्रीहरि विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है, इसलिए कहते हैं कि सावन में हरिहर यानि हरि अर्थात् भगवान विष्णु और हर अर्थात् भगवान शिव की पूजा अर्चना करनी चाहिए। 08 अगस्त को हरिहर की पूजा करने का सबसे शुभ संयोग बन रहा है।
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