गोरखपुर। वर्दीधारी ही निकले लुटेरे, फिल्मी अंदाज में वर्दीधारी पुलिस वालों ने दिया लूट को अंजाम, दिल दहलाने वाली सनसनीखेज वारदात मुख्यमंत्री के गृह जनपद की है।
जहां पर बस्ती में तैनात एक दरोगा ही लूट के घटना को अंजाम देकर हो गया था फरार, पुलिस ने गिरफ्तार कर पहुंचाया सलाखों के पीछे।
गोरखपुर के रेलवे स्टेशन से बस्ती के वर्दीधारी दरोगा ने महाराजगंज के रहने वाले स्वर्ण व्यवसाई को जनरथ बस से उतारकर पूछताछ के बहाने उसे अपने साथ ले गया, और सहजनवा के गीडा थाना क्षेत्र के एकडंगा के पास ले जाकर उसे मारपीट कर उसके पास रखा कैश और ज्वेलरी मिलाकर तकरीबन 30 लाख लेकर फरार हो गए।
जैसे ही घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, पुलिस के हाथ पांव फूल गए की वर्दी में कौन लूटेरा आ गया, और किसने इस पूरी घटना को वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस के अधिकारी इस घटना के पर्दाफाश में जुट गए सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस को इस वर्दीधारी के गिरेबान तक पहुंचने में ज्यादा वक्त नहीं लगा और महज 24 घंटे होते होते पुलिस ने इस लुटेरे वर्दीधारी को गिरफ्तार कर पहुंचा दिया सलाखों के पीछे।
जिन सलाखों के पीछे कभी यह दूसरों को पहुंचाता था आज यह खुद उन सलाखों के पीछे खड़ा है, पकड़े गए अभियुक्तों में उपनिरीक्षक धर्मेंद्र यादव पुरानी बस्ती थाने पर तैनात है जोकि गैंग का सरगना था दूसरा महेंद्र यादव आरक्षी थाना पुरानी बस्ती तीसरा संतोष यादव आरक्षी थाना पुरानी बस्ती उसके साथ चालक देवेंद्र यादव सूचना और पार्टनर शैलेश यादव साथ ही एक और पार्टनर दुर्गेश अग्रहरि यारी टोटल 6 अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है ।
वर्दी में लूट की घटना कोई नई नहीं है लेकिन इस बार वर्दी में कोई नकली पुलिस नहीं बल्कि असली पुलिसवाला है जिसने पूरे लूट की घटना को अंजाम दिया और इस पूरे घटनाक्रम का सरगना भी है फिलहाल पुलिस ने इन 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, इनमें एक दरोगा व दो आरक्षी भी है।

