एनसीपी एमएलसी अमोल मिटकरी ने IPS अंजना कृष्णा पर दिया बयान लिया वापस, मांगी बिना शर्त माफी
मुंबई, 6 सितंबर 2025: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी, अजित पवार गुट) के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) अमोल मिटकरी ने आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा के शैक्षणिक और जाति प्रमाणपत्रों पर सवाल उठाने वाले अपने विवादास्पद बयान को वापस ले लिया है और बिना शर्त माफी मांगी है। यह घटनाक्रम तब सामने आया जब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का एक वायरल वीडियो चर्चा में आया, जिसमें वे सोलापुर में अवैध मिट्टी खनन के खिलाफ कार्रवाई कर रही आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा को कथित तौर पर फोन पर धमकी दे रहे थे।

मिटकरी ने अपने बयान में अंजना कृष्णा के यूपीएससी दस्तावेजों की जांच की मांग की थी, जिसके बाद उन्हें विपक्षी नेताओं, विशेष रूप से एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर की कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। विवाद बढ़ने के बाद मिटकरी ने अपने एक्स पोस्ट के जरिए माफी मांगी और स्पष्ट किया कि यह उनकी व्यक्तिगत राय थी, न कि पार्टी की आधिकारिक राय।
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “सोलापुर घटने संदर्भात केलेला ट्वीट मी बिनशर्थ मागे घेऊन दिलगिरी व्यक्त करतो. ही माझ्या पक्षाची भुमिका नव्हती तर माझी वैक्तिक भुमिका होती. आपले पोलिस दल व प्रामाणिकपणे सेवा करणाऱ्या अधिकाऱ्यांबद्दल मला सर्वोच्च आदर आहे. मी पक्षाच्या वरिष्ठ नेतृत्वाच्या भुमिकेशी पूर्णपणे सहमत आहे।”
इस माफी के बाद यह मामला फिलहाल शांत होता दिख रहा है, लेकिन इसने महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच तनातनी को उजागर कर दिया है। मिटकरी के इस कदम को कई लोग उनकी और उनकी पार्टी की छवि को बचाने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस माफी के बाद विपक्ष इस मुद्दे को कितना और आगे बढ़ाता है, और क्या अंजना कृष्णा इस मामले में कोई और कदम उठाती हैं।
रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार
