मुंबई, 9 सितंबर 2025: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने साफ किया कि वह और उनकी पार्टी श्रेय लेने की होड़ में नहीं हैं। शिंदे ने कहा कि वह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर एक टीम के रूप में महाराष्ट्र के विकास और गरीब-जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए काम कर रहे हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब मराठा आरक्षण आंदोलन और हाल के विधानसभा चुनाव के बाद सियासी हलचल तेज है।

शिंदे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “हमारी प्राथमिकता महाराष्ट्र का विकास है। मराठा समाज हो या ओबीसी समाज, हमारी सरकार ने दोनों को न्याय दिलाने का काम किया है। पिछले विधानसभा चुनाव इसका सबूत हैं। मैं और देवेंद्र फडणवीस एकजुट होकर राज्य की प्रगति के लिए काम कर रहे हैं।”
यह बयान उन विज्ञापनों के जवाब में आया, जिनमें केवल मुख्यमंत्री फडणवीस को मराठा आरक्षण मुद्दे के नायक के रूप में दर्शाया गया था। शिंदे ने स्पष्ट किया कि महायुति गठबंधन में कोई खींचतान नहीं है और सभी सहयोगी दल एकसाथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हममें से कोई छोटा-बड़ा नहीं है। हमने पहले भी एक टीम के रूप में काम किया है और आगे भी ऐसा ही करेंगे।”
शिंदे ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार का फोकस राज्य के विकास और बुनियादी ढांचे पर है। उन्होंने ठाणे मेट्रो के ट्रायल रन और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसे प्रोजेक्ट्स का जिक्र किया, जो जल्द ही जनता के लिए उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, उन्होंने सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के लिए ठाणे में गदकरी रंगायन के नवीकरण का भी उल्लेख किया।
हाल ही में मराठा आरक्षण आंदोलन के समर्थक मनोज जरांगे ने मुंबई में अपना अनशन खत्म किया, जब सरकार ने उनकी मांगें मान लीं। इस पर शिंदे ने कहा, “हमारी सरकार ने मराठा और ओबीसी समुदायों के लिए संतुलित समाधान निकाला है, जो सामाजिक न्याय सुनिश्चित करता है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शिंदे का यह बयान महायुति गठबंधन में एकता का संदेश देता है और यह दर्शाता है कि वह सियासी विवादों से ऊपर उठकर विकास पर ध्यान देना चाहते हैं।
Report: Surendra kumar
