कोलकाता, अगस्त 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ₹5,200 करोड़ से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं में मेट्रो रेल विस्तार, सड़क परियोजनाएं और अन्य बुनियादी ढांचा विकास शामिल हैं, जो कोलकाता और पश्चिम बंगाल के विकास को नई गति प्रदान करेंगी। जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोलकाता जैसे शहर भारत के इतिहास और भविष्य के प्रतीक हैं और ये परियोजनाएं आधुनिक भारत के शहरी परिदृश्य को बदलने का प्रमाण हैं।
कोलकाता मेट्रो नेटवर्क का विस्तार

प्रधानमंत्री ने 13.61 किमी लंबे नए मेट्रो नेटवर्क का उद्घाटन किया, जिसमें नोआपाड़ा से जय हिंद एयरपोर्ट, सियालदह-एस्प्लानेड और बेलघरिया-हेमंत मुखोपाध्याय मेट्रो खंड शामिल हैं। इन नई लाइनों में सात नए स्टेशन जोड़े गए हैं, जो शहर की कनेक्टिविटी को और सशक्त करेंगे।
- नोआपाड़ा-जय हिंद एयरपोर्ट मेट्रो: यह सेवा कोलकाता हवाई अड्डे तक पहुंच को आसान बनाएगी, जिससे शहर के दूरस्थ हिस्सों से हवाई यात्रा सुगम होगी।
- सियालदह-एस्प्लानेड मेट्रो: इस खंड से यात्रा समय 40 मिनट से घटकर मात्र 11 मिनट हो जाएगा।
- बेलघरिया-हेमंत मुखोपाध्याय मेट्रो: यह खंड आईटी हब से कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा, जिससे तकनीकी और व्यावसायिक क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने जेसोर रोड मेट्रो स्टेशन का दौरा किया और नोआपाड़ा से जय हिंद एयरपोर्ट तक मेट्रो यात्रा की। उन्होंने यात्रियों से बातचीत कर कोलकाता के आधुनिक सार्वजनिक परिवहन की सराहना सुनी। हावड़ा मेट्रो स्टेशन पर नव-निर्मित सबवे का भी उद्घाटन किया गया, जो मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा।
पीएम मोदी ने बताया कि भारत का मेट्रो नेटवर्क 2014 के 250 किमी से बढ़कर अब 1,000 किमी से अधिक हो गया है, जो दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है। कोलकाता में मेट्रो का विस्तार न केवल यात्रा को सुगम बनाएगा, बल्कि लोगों की जीवनशैली में भी सुधार लाएगा।
छह लेन वाला कोना एक्सप्रेसवे
प्रधानमंत्री ने ₹1,200 करोड़ की लागत से बनने वाले 7.2 किमी लंबे छह लेन वाले एलिवेटेड कोना एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया। यह परियोजना हावड़ा, कोलकाता और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। इससे बंदरगाहों तक पहुंच आसान होगी, जिससे व्यापार, वाणिज्य और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
ग्रीन मोबिलिटी और बुनियादी ढांचे पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार शहरी क्षेत्रों में ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा दे रही है। इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट्स और इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है, जबकि ‘वेस्ट टू वेल्थ’ योजना के तहत शहरी कचरे से बिजली उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल में 100% रेलवे विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। इसके अलावा, पुरुलिया और हावड़ा के बीच मेमू ट्रेन शुरू की गई है, और राज्य में 9 वंदे भारत ट्रेनें और 2 अमृत भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं।
भारत के विकास में कोलकाता की भूमिका
प्रधानमंत्री ने कहा, “जैसे-जैसे भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है, कोलकाता और दमदम जैसे शहर इस विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।” उन्होंने जोर देकर कहा कि 21वीं सदी का भारत आधुनिक परिवहन व्यवस्था की मांग करता है, और सरकार न केवल शहरों को जोड़ रही है, बल्कि लोगों के घरों तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित कर रही है।
हावड़ा और सियालदह जैसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों को मेट्रो से जोड़ा गया है, जिससे यात्रा समय में भारी कमी आएगी। पीएम ने कहा कि इन परियोजनाओं से कोलकाता के लाखों दैनिक यात्रियों को सुविधा मिलेगी और शहर का शहरी परिदृश्य और आधुनिक होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ये परियोजनाएं कोलकाता को आधुनिक, कनेक्टेड और पर्यावरण-अनुकूल शहर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। कोना एक्सप्रेसवे और मेट्रो विस्तार जैसी परियोजनाएं न केवल यात्रा को सुगम बनाएंगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देंगी। कोलकाता और पश्चिम बंगाल के नागरिकों ने इन परियोजनाओं का स्वागत किया है, जो भारत के विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के निर्माण के संकल्प को दर्शाता है।
रिपोर्ट : सुरेन्द्र कुमार
