शिक्षक दिवस
गुरुओं के सम्मान में जग करता अभिनंदन,
ज्ञान दीप जलाकर मिटाते अज्ञान का बंधन।
ऋषि-दरबारों से चली यह परंपरा महान,
सदियों से गुरु देते आए जीवन का ज्ञान।
द्रोणाचार्य से अर्जुन ने पाया धनुष विद्या का सार,
चाणक्य ने चन्द्रगुप्त को बनाया इतिहास का आधार।
श्रीकृष्ण बने अर्जुन के सारथी और गुरु,
गीता का उपदेश कर मिटाया मोह और करू।
शिक्षक है त्याग और तपस्या की मूर्ति,
विद्या के दान से भरते जीवन में ज्योति।
गुरु के बिना अधूरा हर जीवन का सपना,
उनके आशीष से मिलता सच्चा अपना।
जैसे बिना सूरज जग में न हो उजियारा,
वैसे गुरु बिना ज्ञान का न हो सहारा।
गुरु बिन मानवता होती अधूरी पहचान,
गुरु ही कराते आत्मा को ईश्वर से संगम समान।
✍️ डॉ.अशोक कुमार जाटव व्याख्याता भोपाल मध्यप्रदेश
परिचय
डॉ. अशोक कुमार जाटव मध्यप्रदेश राज्य के भोपाल जिले से संबंध रखते है।
शिक्षा की गहरी रुचि रखने वाले श्री जाटव ने सात विषयों में एम ए,बी एड, एल एल बी,एवं पी एच डी
आदि पढ़ाई सफलता पूर्वक की।
श्री जाटव ने ये शिक्षा शिक्षक पद पर रहते हुए की।
शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ाया , शिक्षक द्वारा बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया।
निर्धन बालकों को यथायोग्य सहयोग करते हैं
एवं पितृहीन बालिकाओं की परीक्षा फीस स्वयं जमा करते है।
ताकि आने वाले समय में एक योग्य समर्पित प्रेरणादायी शिक्षक के रूप में पहचान बना सके।
डॉ. अशोक कुमार जाटव व्याख्याता भोपाल मध्यप्रदेश